बाण विद्या का अर्थ
[ baan videyaa ]
बाण विद्या उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- धनुष चलाने की कला:"अर्जुन धनुर्विद्या में निपुर्ण थे"
पर्याय: धनुर्विद्या, तीरंदाज़ी, तीरंदाजी, तीरन्दाज़ी, तीरन्दाजी, बाणविद्या, बाण-विद्या
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- महर्षि गौतम बाण विद्या में अत्यन्त निपुण थे।
- महर्षि गौतम बाण विद्या में अत्यन्त निपुण थे।
- महर्षि गौतम बाण विद्या में अत्यन्त निपुण थे।
- पहली यह कि भारत में यह बाण विद्या अत्यन्त प्राचीनकाल से प्रचलित थी।
- द्रोणाचार्य ने जिन शिष्यों को बाण विद्या सिखाई थी , उन्होंने उसी शिक्षा के सहारे शिक्षक का ही कचूमर निकाल दिया ।
- चंदबरदाई ने चौहान को उक्त दोहा सुनाकर गौरी की सटीक स्थिति का बोध करा ही दिया था शेष काम बाण विद्या ने कर दिखाया ।
- दूरदर्शन एवं अनेक चैनलों व विदेशी चैनलों के द्वारा भी उनकी इस बाण विद्या की वीडियोग्राफी की गई तथा उन् हें अपने अपने स् तर पर प्रसारित किया गया । . ...........
- गेंद पाकर राजकुमारों का मन प्रसन्नता से खिल उठा | साथ ही वे द्रोणाचार्य की बाण विद्या और उनके चातुर्य पर विमुग्ध हो उठे | वे उन्हें देवव्रत के पास ले गए , क्योंकि उन दिनों देवव्रत ही उनकी देख-रेख किया करते थे |
- कर्ण कई वर्षों तक परशुराम के आश्रम में रहकर , उनसे बाणविद्या सीखता रहा | उन्होंने उसकी सेवाओं से मुग्ध होकर उसे संपूर्ण बाण विद्या सिखा दी | वह बाण विद्या का महान पंडित बन गया | संयोग की बात , एक दिन जब परशुराम कर्ण को शिक्षा दे रहे थे , उनकी आखों में तंद्रा बरस पड़ी | उन्होंने कर्ण की ओर देखते हुए कहा , “ बेटा कर्ण ! मुझे नींद आ रही है | मैं सोना चाहता हूं | ”
- कर्ण कई वर्षों तक परशुराम के आश्रम में रहकर , उनसे बाणविद्या सीखता रहा | उन्होंने उसकी सेवाओं से मुग्ध होकर उसे संपूर्ण बाण विद्या सिखा दी | वह बाण विद्या का महान पंडित बन गया | संयोग की बात , एक दिन जब परशुराम कर्ण को शिक्षा दे रहे थे , उनकी आखों में तंद्रा बरस पड़ी | उन्होंने कर्ण की ओर देखते हुए कहा , “ बेटा कर्ण ! मुझे नींद आ रही है | मैं सोना चाहता हूं | ”